प्रवासियों की स्किल मैपिंग कर रोजगार देने की बन रही है योजना
इस कोरोना काल में बहुत सारे मजदूर अपना कार्य प्रदेश छोड़ कर अपने राज्य में वापस आ रहे हैं जिससे उन सभी राज्यों में बेरोजगारी और भुखमरी की स्थिति पैदा होने का डर है. इसी को देखते हुए बिहार राज्य के एक जिले के 3808 प्रवासियों की स्किल मैपिंग करके उन्हें उनके कौशल के अनुसार रोजगार देने की योजना बनाई जा रही है. इस खबर को और अधिक विस्तार से पढने के लिए जागरण के इस पोस्ट को नीचे पढ़ें:
जागरण सिवान । लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेशों से आए तीन हजार आठ प्रवासियों की जिला उद्योग केंद्र व श्रम संसाधन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से अबतक स्किल मैपिग की गई है। इन हुनरमंदों को उनके हुनर के हिसाब से रोजगार मुहैया कराने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से योजना भी तैयार कर ली गई है। ताकि रोजगार छीन जाने के बाद भी इन कामगारों को जिले में ही रोजगार मुहैया कराई जा सके। रोजगार मुहैया कराए जाने के बाद उन्हें फिर से दूसरे प्रदेशों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे प्रवासी कामगारों की स्किल मैपिग का कार्य अभी जारी है। अब तक हुई मैपिग में सबसे ज्यादा कंस्ट्रक्सन में 2270 व इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेकट्रिकल्स में 400 प्रवासी कामगारों को चिह्नित किया गया है। इसके अलावा अन्य सेवाओं से 447 प्रवासियों को चिह्नित किया गया है। स्किल मैपिग में कृषि, बैकिग, आइटी सेक्टर, इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स, फुड प्रोसेसिग, हेल्थ केयर सर्विस, मैकेनिक, टेक्सटाइल्स एंड हैंडलूम का कार्य करने वाले प्रवासियों को शामिल किया गया है। इन सेवाओं में की गई है स्किल मैपिग :
जिला प्रशासन की ओर से पांच से दस लोगों को उद्यमी मित्र बनाने की योजना बनाई गई है। प्रवासियों को उनके हुनर के हिसाब से रोजगार मिले। इसके लिए रणनीति तैयार कर उनका क्रियान्वयन किया जाएगा। साथ ही कच्चा माल, मार्केटिग आदि की सुविधाओं को भी बढ़ावा दिया जाएगा। ताकि रोजगार स्थापित करने के बाद प्रवासियों को किसी तरह की समस्या ना हो।
स्किल टाइप संख्या
कृषि 31
बैकिग व फाइनेंस सेवा 20
कंप्यूटर एंड आइटी सेवा 52
कंस्ट्रक्सन(कारपेंटर – 130) 2270
इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स 400
फुड प्रोसेसिग इंडस्ट्रिज 08
जेनरल सर्विसेज 351
हेल्थ केयर 31
मैकेनिक 93
टेक्सटाइल्स एंड हैंडलूम 05
अन्य सेवा 447
Source: Jaagran