जम्मू-कश्मीर में इन्टरनेट बंद रहने के बावजूद 7000 से अधिक लोगों को मिला आयुष्मान भारत का लाभ
जम्मू कश्मीर में इंटरनेट बंद होने के बाद भी 7000 से अधिक लोगों को सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिला है। इन लोगों का केंद्र सरकार की इस योजना के तहत इलाज कराया गया है।
मुख्य बातें:
- जम्मू कश्मीर में 7 हजार से अधिक लोगों को ऑफलाइन मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ।
- राज्य में 5 अगस्त से ही इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
- इंटरनेट सेवाएं बंद होने के बाद भी राज्य के लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा है।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद होने के बाद भी लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं स्थगित होने के बाद भी 7 हजार से अधिक लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिला है। इन लोगों का केंद्र सरकार की इस योजना के तहत इलाज किया गया है।
राज्य मंत्री ने दिवाली मिलन समारोह के दौरान उधमपुर, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, और रियासी के लोगों को संबोधित करते हुए ये बात कही है। उन्होंने कहा कि हालांकि आयुष्मान भारत योजना एक ऑनलाइन प्रक्रिया है, लेकिन राज्य में इंटरनेट सेवाएं बाधित होने के बाद भी इस योजना के तहत 7 हजार लोगों ने इलाज करवाया है। इन मामलों को ऑफलाइन हल किया गया है।
जम्मू कश्मीर रजिस्ट्रेशन के मामले में है सबसे आगे
इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह इस योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करें, जिससे अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत रजिस्ट्रेशन के मामले में जम्मू कश्मीर सबसे ऊपर है। 1 दिसंबर 2018 से अब तक 60 फीसदी से ज्यादा लोगों ने इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराया है।
निजी और सार्वजनिक अस्पतालों में भी हो रहा इलाज
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि योजना के तहत 22.5 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है, जिसमें से 15.58 करोड़ रुपए हॉस्पिटल को दे दिए जा चुके हैं। मंत्री ने बताया कि सरकारी हॉस्पिटल के अलावा 30 निजी और 126 सार्वजनिक अस्पतालों में भी गोल्डन कार्ड धारकों को लाभ दिया जा रहा है। बता दें कि जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के हटाए जाने के बाद से इंटरनेट सेवाएं बंद है। राज्य में 5 अगस्त से ही इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।
स्रोत: Times Now Hindi