तीन तलाक पीड़िताओं को आयुष्मान योजना का लाभ
तीन तलाक पीड़िताओं को भी मिलेगा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य का लाभ। लखनऊ में 279 लाख लोग आयुष्मान भारत योजना से जुड़े हुए हैं। इसमें से अब तक करीब 16 हजार मरीजों को योजना का लाभ भी मिल चुका है। इस संबंध में नवभारत टाइम्स की ये रिपोर्ट पढ़ें:
एनबीटी, लखनऊ
गरीब मरीजों के अलावा अब तीन तलाक पीड़िताओं को भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान योजना) और मुख्यमंत्री जन आरोग्य का लाभ मिलेगा। प्रमुख सचिव ने तीन तलाक पीड़ितों को इस योजना से जोड़ने का निर्देश सीएमओ को दिया है। सीएमओ पीड़ितों का डेटा तैयार करके उसकी रिपोर्ट डीएम को भेजेंगे। इसके बाद उनको दोनों योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
लखनऊ में 2.79 लाख लोग आयुष्मान भारत योजना से जुड़े हुए हैं। इसमें से अब तक करीब 16 हजार मरीजों को योजना का लाभ भी मिल चुका है। अफसरों के मुताबिक, 2011 जनगणना के अनुसार गरीबी रेखा से नीचे मरीजों को योजना का लाभ मिल रहा था। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात आशा बहू और एएनएम को निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में तीन तलाक पीड़ितों का डेटा जुटाएं। ये रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी।
गोल्डन कार्ड बनाने में लखनऊ 5वें स्थान पर
प्रदेश में गोल्डन कार्ड बनाने में पिछले महीने लखनऊ 7वें स्थान पर था। लेकिन शासन के फटकार के बाद सीएमओ ने गोल्डन कार्ड बनाने में तेजी दिखाई। नतीजन इस महीने लखनऊ 5वें स्थान पर है। एसीएमओ डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 1 लाख 78 हजार लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। वहीं, गोल्डन कार्ड बनाने में बिजनौर नंबर वन पर है।
इन बीमारियों का हो रहा नि:शुल्क इलाज
आयुष्मान भारत योजना में कैंसर, कीमोथेरेपी, हार्ट सर्जरी, किडनी, लिवर डिजीज, जॉइंट रिप्लसमेंट, प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी समेत 1425 बीमारियों का इलाज इस योजना के जरिए नि:शुल्क किया जा रहा है। इसके तहत शहर में 30 सरकारी अस्पताल और 129 अस्पताल चयनित किए गए हैं। कई और निजी अस्पतालों को योजना से जोड़ने के लिए सीएमओ कार्यालय में आवेदन किए गए हैं।
स्रोत : नवभारत टाइम्स