अमृत योजना फेस-2 के लिए 1000 करोड़ का प्लान होगा तैयार
मध्य प्रदेश में अभी अमृत योजना चल रही है जिसमे 730 करोड़ का खर्च बतलाया गया है, जिसके तहत सीवर ट्रीटमेंट, जल निकासी व्यवस्था इत्यादि की जाती है. अब अमृत योजना फेस-2 की तैयारी हो रही है. इसके लिए डीपीआर मांगी गयी है. इस खबर को और अधिक विस्तार से पढने के लिए दैनिक भास्कर की इस खास रिपोर्ट को पढ़ें:
दैनिक भास्कर: शहर में अभी अमृत प्रोजेक्ट के तहत 730 करोड़ रुपए का काम किए जा रहे हैं। इनकी समीक्षा करने के साथ नगरीय प्रशासन एवं आवास के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने ग्वालियर में चल रहे अमृत के कार्यों में जलालपुर में बन रहे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को 15 जनवरी तक बनाने का फरमान सुनाया है।
लाल टिपारा के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को फरवरी तक पूरा करने को कहा है। बैठक के दौरान अमृत प्रोजेक्ट फेस-2 के बारे में भी जानकारी दी गई।
अधीक्षण यंत्री पीएचई नगर निगम आरएलएस मौर्य के मुताबिक, अमृत प्रोजेक्ट फेस-2 केंद्र सरकार जल्दी देगी। इसके लिए मार्च 2020 तक हर हाल में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली जाए। अब उम्मीद जताई जा रही है कि ग्वालियर के लिए 1000 करोड़ रुपए की मांग कर कार्यों को पूरा करने की डीपीआर भेजी जाएगी। अभी शहर में चार कंपनियां अमृत प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। इन सभी को अक्टूबर 2019 तक सारे काम पूरे करने थे। अभी तक काम अधूरे पड़े हुए हैं। शासन ने इनकी अवधि बढ़ाकर मार्च 2020 तक पूरा करने का वक्त दिया है। अब फेज-2 के लिए बारिश के पानी की निकासी, सीवर लाइन जहां काम रह गया है, पानी की लाइन जहां पर नहीं पहुंच पाई है और पार्कों को बनाने के लिए राशि मांगी जाएगी। यह राशि करीब 1000 करोड़ रुपए होगी।
स्रोत: दैनिक भास्कर