किसान भावांतर भरपाई योजना में 15 से करवाएं पंजीकरण
भावांतर भरपाई योजना से किसानों की आमदनी बढ़ाने और फसलों में जोखिम कम करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना में सरकार द्वारा फसलों को निर्धारित संरक्षित मूल्य पर प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में दैनिक भास्कर की ये रिपोर्ट पढ़ें:
दैनिक भास्कर : भावांतर भरपाई योजना प्रदेश में किसानों की आमदनी बढ़ाने ओर फसलों में जोखिम कम करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना में शामिल की गई फसलों पर सरकार द्वारा निर्धारित संरक्षित भाव प्राप्त किए जा सकते हैं। 15 दिसंबर से शिमला मिर्च, बैंगन, टमाटर व प्याज का पंजीकरण शुरू होगा। ये फसलें बोने वाले किसान योजना के तहत अपना पंजीकरण जरूर करवाएं। आलू, फूलगोभी, गाजर, मटर, किन्नू आदि की फसलों के लिए पंजीकरण की तिथी 15 दिसंबर तक बढ़ाई गई है।
यह जानकारी देते हुए जिला बागवानी अधिकारी डॉ. हीरालाल ने बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश सरकार द्वारा आलू, प्याज, गोभी, टमाटर, गाजर, मटर, बैंगन, शिमला मिर्च, अमरूद व किन्नू के संरक्षित मूल्य निर्धारित किए गए हैं। सरकार द्वारा भावांतर भरपाई योजना के तहत बागवानी फसलों के लिए 50 हजार रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक आमदनी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा की वेबसाइट के माध्यम से व स्वयं किसान द्वारा भी अपना पंजीकरण करवाया जा सकता है। पंजीकरण संबंधी सुविधा के लिए बागवानी विभाग द्वारा गांवों में घर-घर जाकर भावांतर भरपाई योजना का पंजीकरण किया जाता है। कोई भी किसान अपना पंजीकरण नि:शुल्क करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादन बेचते समय पर जे-फार्म अवश्य प्राप्त करें ताकि उन्हें इस योजना का सही लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर से शिमला मिर्च, बैंगन, टमाटर व प्याज का पंजीकरण शुरू होगा। किसान इन फसलों का पंजीकरण अवश्य करवाएं ताकि योजना का लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि किसान मेरी फसल-मेरा ब्यौरा की वेबसाइट पर जाकर स्वंय अपनी फसलों का घर बैठे ही पंजीकरण कर सकते हैं या कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर भी अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
स्रोत: दैनिक भास्कर