22 जनवरी को सीएम करेंगे रूफ टॉप सोलर योजना शुरू
सौर ऊर्जा को मिलेगा बढ़ावा, सीएम रूफ टॉप सोलर योजना का शुभारंभ 22 जनवरी को करेंगे। इस योजना में एक से 10 किलोवाट तक के प्लांट पर 20 से 40 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी। इस संबंध में अमर उजाला की ये रिपोर्ट पढ़ें:
सार
- सौर ऊर्जा को मिलेगा बढ़ावा, शुरू होगी सीएम रूफ टॉप सोलर योजना
- 22 जनवरी को सीएम करेंगे योजना की लांचिंग
- 20 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के लिए प्लांट लगाने पर मिलेगी सब्सिडी
विस्तार
पिरूल से बिजली बनाने व पर्वतीय क्षेत्रों में सब्सिडी आधारित सोलर योजना शुरू करने के बाद अब प्रदेश सरकार ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके तहत प्रदेश सरकार रूफ टॉप सोलर स्कीम शुरू करेगी। 22 जनवरी को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इसका शुभारंभ करेंगे। इस योजना में एक से 10 किलोवाट तक के प्लांट पर 20 से 40 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी।
सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इस क्रम में सरकार बिजली के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए नई योजना लागू करने जा रही है। इस योजना से जुड़कर प्रदेश के 20 लाख घरेलू उपभोक्ता सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। योजना के तहत 15 वेंडर सूचीबद्ध कर दिए गए हैं।
आवेदन की प्रक्रिया उत्तराखंड पावर कारपोरेशन (यूपीसीएल) की वेबसाइट पर ऑनलाइन होगी। चयनित आवेदकों के घर पर यूपीसीएल के सूचीबद्ध वेंडर सौर संयंत्र लगाएंगे। आवेदक को सब्सिडी छोड़कर शेष धनराशि वेंडर को देनी होगी। संयंत्र लगने पर सब्सिडी का पैसा यूपीसीएल वेंडर के खाते में भेज देगा।
दो मेगावाट क्षमता का लक्ष्य
नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय ने घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं को सोलर रूफ टॉप प्लांट लगाने के लिए दो मेगावाट क्षमता का लक्ष्य दिया गया है। यदि मांग बढ़ती है तो इसे बढ़ाया जा सकता है। अघरेलू उपभोक्ताओं के लिए सब्सिडी की सुविधा नहीं है। संयंत्र लगाने पर उनके बिजली बिलों को नेट मीटर बिलिंग सिस्टम के जरिये पैसा कमाने की सुविधा होगी।
सोलर प्लांट की लागत
क्षमता (केवी) लागत सब्सिडी
01 50800 20320
02 101600 40640
03 152400 60960
5 244500 78240
10 489000 127140
नोट: क्षमता किलोवाट में और लागत/सब्सिडी/ खर्च रुपये में
ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह अनूठी योजना है। इससे जुड़कर वे अपने बिजली के बिल को कम कर सकते हैं साथ ही पैसा भी कमा सकते हैं। सरकार चरणबद्ध ढंग से आगे बढ़ रही है। पिरूल से बिजली पैदा करने और पहाड़ में सोलर प्लांट लगाने की योजना शुरू करने के बाद यह हमारा तीसरा बड़ा कदम है। इसके बाद हम फ्लोटिंग सोलर संयंत्र पर जाएंगे। – राधिका झा, सचिव ऊर्जा
स्रोत : अमर उजाला