प्राइवेट नौकरी करने वालों के लिए सरकार दीपावली से पहले कर सकती है एक नए स्कीम का एलान
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कोरोना महामारी से अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए इस बात के संकेत दिए हैं की प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को भी LTC (Leave Travel Allowance) का लाभ दिया जाएगा. इस पैकेज का ऐलान भले ही सरकारी कर्मचारियों के लिए किया गया, लेकिन ये खर्च कुछ ऐसी वस्तुओं पर होने वाले हैं, जिसका सीधा लाभ छोटे व्यापारी को मिल सकेगा.
News18: नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के साथ मिलकर वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर भी कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने के प्रयास में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा है कि अर्थव्यवस्था की हालत दुरुस्त करने के लिए केंद्र सरकार आगे भी जरूरी कदम उठाने के लिए तैयार है. साथ ही, इस बात के भी संकेत दिए कि बहुत जल्द ही प्राइवेट सेक्टर कर्मचारियों के लिए भी LTC (Leave Travel Allowances) लाभ पर तस्वीर साफ की जाएगी. हाल ही में ऐलान किए गए प्रोत्साहन (Stimulus) को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा वंचित एवं गरीब वर्ग को जरूरी मदद पहुंचाने की है. इस पैकेज का ऐलान भले ही सरकारी कर्मचारियों के लिए किया गया, लेकिन ये खर्च कुछ ऐसी वस्तुओं पर होने वाले हैं, जिसका सीधा लाभ छोटे व्यापारी को मिल सकेगा.
प्राइवेट सेक्टर के लिए LTA पर कब तस्वीर साफ होगी?
प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को LTA लाभ दिए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि बहुत जल्द उन कर्मचारियों के लिए बारे में स्पष्टीकरण जारी किया जाएगा, जिन्होंने नए टैक्स सिस्टम को अपना लिया है या जिन्होंने पहले ही LTA का लाभ ले लिया है. आने वाले सप्ताह में इस बारे में स्पष्टीकरण जारी हो सकता है.
80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाला इकलौता देश
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में अनुराग ठाकुर ने दोनों प्रोत्साहन पैकेज और अर्थव्यवस्था पर इसके असर को लेकर कहा कि हमें बड़ी तस्वीर देखने की जरूरत है. आलोचना तो स्वाभाविक रूप से होगी. भारत ही इकलौता ऐसा देश है जहां 8 महीनों के लिए 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज दिया गया. इसके अलावा, गरीब वर्ग के बैंक अकाउंट में 68,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. इसके अलावा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं.
बेहतर स्थिति में ग्रामीण अर्थव्यवस्था
ग्रामीण अर्थवयवस्था (Rural Economy) को लेकर ठाकुर ने इस इंटरव्यू में कहा कि यह बेहतर स्थिति में है. ग्रामीण अर्थव्यवस्था में केवल मनरेगा या कृषि की बात नहीं है. इन्फ्रास्ट्रक्चर स्तर पर यहां काम हो रहा है जिससे रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में अब ट्रैक्टर, मोटरबाइक्स, चार पहिया और घरों की मांग बढ़ रही है. अब लोग इस पर खर्च करने लगे हैं.
स्रोत: News18