इंदिरा रसोई योजना शुरू, हर साल 100 करोड़ खर्च करेगी सरकार
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कोरोना महामारी के दौर में कोई भूखा न सोये इसके लिए “इंदिरा रसोई योजना” की शुरुआत की है, इसके तहत जरुरतमंद लोगों को पौष्टिक भोजन मुहैया करायी जाएगी. इस सम्बन्ध में और अधिक विस्तार से जानने के लिए जागरण के इस रिपोर्ट को पढ़ें:
जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान के शहरों में “इंदिरा रसोई योजना” लागू होगी । इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस योजना पर प्रतिवर्ष 100 करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही है। गहलोत सरकार ने पिछली वसुंधरा राजे सरकार द्वारा संचालित अन्नपूर्णा रसोई योजना में बदलाव करते हुए इसे नये रूप में लागू करने का निर्णय लिया है । गहलोत ने सोमवार को कोविड-19 जागरूकता अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि “कोई भूखा ना सोए” संकल्प के तहत नगरीय क्षेत्र में जरूरतमंदों को दोनों समय शुद्ध व पोष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा । इस योजना में स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों की मदद ली जाएगी ।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अभियान की शुरूआत करते हुए गहलोत ने कहा कि प्रदेश के लोगों को कोरोना के खिलाफ अलग-अलग तरह से जागरूक किया जाएगा । पोस्टर,आॅडियो जिंगल,जागरूकता वीडियोज व होर्डिंग्स के माध्यम से लोगों को कोरोना से बचने का संदेश दिया जाएगा । गहलोत ने कहा कि कोरोना से डरने की नहीं,बल्कि बचने की जरूरत है। गहलोत ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को इस बीमारी के खिलाफ जागरूक होकर काम करना चाहिए । मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा अब तक किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार हर वर्ग का ध्यान रखकर काम कर रही है ।
उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ राज्य सरकार ने बेहतर काम किया है। देश में सबसे अधिक 25 हजार कोरोना जांच राजस्थान में ही हो रही है । प्रदेश में रिकवरी रेट 78 प्रतिशत व मृत्युदर 2.32 प्रतिशत है ।
स्रोत: जागरण