केंद्र की डिजिटल गाँव योजना से होगा गाँवों का उद्धार
केंद्र सरकार द्वारा गाँव के विकास के लिए शुरू किया गया योजना डिजिटल गाँव योजना के तहत गाँवों का उद्धार होगा. इस सम्बन्ध में राजस्थान के राजसमन्द के सांसद दीया कुमारी ने अनुव्रत सभागार में इस योजना का उद्घाटन करते हुए इस योजना के फायदे के बारे में लोगों को बताया और जागरूक किया. इस सम्बन्ध में और अधिक विस्तार से पढने के लिए दैनिक भास्कर के इस रिपोर्ट को पढ़ें:
दैनिक भास्कर: सांसद दीया कुमारी ने मंगलवार शाम को अणुव्रत सभागार में डिजिटल गांव योजना का उद्घाटन किया। सांसद दीया कुमारी ने बताया कि डिजिटल गांव योजना मोदी सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य है दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को संचार के माध्यम से आधुनिक सुविधाओं से जोड़कर शिक्षित करना है, ताकि घर बैठे बिठाए ही व्यक्ति की दैनिक जरूरतों के कार्य पूर्ण हो सके।
डिजिटल गांव योजना के तहत सबसे पहले इंटरनेट नेटवर्क की व्यवस्था को सुधारा जाएगा। इसके साथ ही शिक्षा, चिकित्सा, टेली मेडिसिन, बैंकिंग और कृषि जैसे क्षेत्रों के बारे में कैसे ज्यादा से ज्यादा जानकारी और लाभ उठाया जा सकता है उसकी जानकारी दी जाएगी। डिजिटल योजना से युवाओं को रोजगार जल्दी मिलेगा। केंद्र सरकार की ओर भी ऐसी योजनाएं है जिसको जनता तक पहुंचाया जाएगा।
संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया कि डिजिटल जिला राजसमंद व डिजिटल टेक्नोलॉजी लेस मोबाइल वैन कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सांसद दीया कुमारी ने कहा कि निश्चित समयावधि में मोबाइल वैन जिले भर का दौरा करके प्रत्येक गांव में पहुंचेगी और हर पंचायत स्तर एक केंद्र बनाया जाएगा, जहां से पंचायत से जुड़े सभी गांव इस योजना से सम्बद्ध होंगे। डिजिटल टेक्नोलॉजी लेस मोबाइल वैन का उद्घाटन किया। डिजिटल वैन जिले की 214 गांवों में जाकर डिजिटल के बारे में प्रचार-प्रसार करेगी।
डिजिटल टेक्नोलॉजी लेस मोबाइल वैन में यह होगा
भारत सरकार ओर सीएससी इंडिया के तहत प्रदान की वेन में एक डिजिटल लेब बनी हुई है चार लैपटाप, एक एलसीडी लगी हुई है। जो गांवों में घूमकर ग्रामीणों को डिजिटल इंडिया संदेश, सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देगी। डिजिटल जागरूकता और डिजिटल साक्षरता लाएगी। इस पहल से युवाओ अाैर महिलाओं को गांव मे शिक्षा मिल सकेगी। इस अवसर पर भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता वीएलई भावना पालीवाल, सीएससी के आशीष पंवार, दिनेश लूथरा, सीएसआर उपलब्ध करवाने वाली एचडीएफसी बैंक के अधिकारी माैजूद थे।
स्रोत: दैनिक भास्कर