बदलाव का वाहक बनेगी तेजस्विनी योजना
तेजस्विनी योजना सिर्फ एक परियोजना नहीं अपितु एक मिशन है जो उन्हें नई जिदगी प्रदान करेगा। 14 से 24 वर्ष तक की किशोरियां और युवतियां जिन लोगों ने किसी कारण से पढ़ाई छोड़ दी है। उन्हें आगे पढ़ने और बढ़ने के अवसर मिलेंगे। इस संबंध में जागरण की ये रिपोर्ट पढ़ें:
जागरण : संवाद सूत्र, चंदवा : प्रखंड के सासंग गांव में तेजस्विनी परियोजना के तहत किशोरियों एवं महिलाओं की बैठक हुई। बैठक में झारखंड सरकार के महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा ह्युमाना पीपल टू पीपल इंडिया संस्था द्वारा जिले में संचालित तेजस्विनी परियोजना की जानकारियां दी गईं। जिला कार्यालय से पहुंचे पदाधिकारी मिथिलेश शर्मा ने तेजस्विनी परियोजना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते कहा कि तेजस्विनी योजना सिर्फ एक परियोजना नहीं अपितु एक मिशन है जो उन्हें नई जिदगी प्रदान करेगा। इससे किशोरियों के जीवन में बदलाव लाया जा सकेगा। जॉन ऑफिस के कृष्ण यादव ट्रेनिग स्पेस्लिस्ट (प्रशिक्षण विशेषज्ञ) ने कहा कि 14 से 24 वर्ष तक की किशोरियां और युवतियां जिन लोगों ने किसी कारण से पढ़ाई छोड़ दी है। उन्हें आगे पढ़ने और बढ़ने के अवसर मिलेंगे। संबंधित आयु वर्ग के सभी किशोरियों एवं युवतियों को जीवन कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। माध्यमिक स्तर की शिक्षा पूर्ण करवाने में सहयोग दिया जाएगा औरं जो कौशल प्रशिक्षण लेना चाहेंगी उनको परियोजना के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा। प्रखंड समन्वयक सुनील कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। मौके पर क्लस्टर समन्वयक संदीप समेत गांव की किशोरियां व महिलाएं मौजूद थीं।
स्रोत : जागरण