जलावर्धन योजना का काम 80 फीसदी पूरा, अप्रैल से मिलने लगेगा शुद्ध पेयजल
जलावर्धन योजना के तहत तीन — चार महीने के भीतर नगर के 30 हजार लोगों को पीने के लिए साफ पानी मिलेगा। दो महीने बाद इसका ट्रायल भी होगा जिसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। इस संबंध में पत्रिका की ये रिपोर्ट पढ़ें:
पत्रिका : बालोद@Patrika. पत्रिका नगरवासियों को शुद्ध पेयजल के लिए 24 करोड़ की लागत से जलावर्धन योजना का काम लगभग 80 फीसदी पूरा हो गया है। आने वाले तीन — चार महीने के भीतर नगर के 30 हजार लोगों को पीने के लिए साफ पानी मिलेगा। पीएचई विभाग दो माह बाद इस जलावर्धन योजना का ट्रायल लेगा, जिसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। पहली प्राथमिकता नगर के लोगों को पाइप लाइन से साफ पानी दिलाने की है।
फिल्टर प्लांट पूरा, सम्पवेल के काम भी लगभग पूरा
पीएचई के एसडीओ केके लिमजे ने बताया नागरिकों को साफ पानी दिलाने के लिए तेजी से कार्य कराया जा रहा है। योजना के तहत पानी टंकी व पाइप लाइन बिछाने का काम भी पूरा हो चुका है। अभी संपवेल व पंप हाउस निर्माण बाकी है। आने वाले दो माह में काम भी पूरा हो जाएगा और ट्रायल भी लिया जाएगा। ट्रायल में सब ठीक रहा तो आने वाले चार माह के भीतर ही योजना का लाभ लोगों को मिलेगा।
तीन नई दो पुरानी टंकी से होगी पानी की सप्लाई
पीएचई के मुताबिक जल आवर्धन योजना के तहत ही नगर में तीन नई पानी टंकी का निर्माण किया गया और दो पुरानी टंकी है। नगर में पांच जोन में पानी की सप्लाई की जाएगी। इसके लिए योजना भी बनाई ली गई है। नगर के पांच पानी टंकी से ही पूरे नगर में पानी की सप्लाई की जाएगी। यह कार्य सम्पवेल के ट्रायल व पाइप लाइन कनेक्शन के बाद होगा।
नगर के 34 सौ घरों में कनेक्शन
नगर पालिका ने अभी जल आवर्धन योजना के तहत किस जोन से कितनी पाइप लाइन जोड़ी जाएगी इसकी तैयारी कर ली है। वर्तमान में लगभग 32 सौ नल कनेक्शन है। योजना पूरी होने के बाद दो सौ और नल कनेक्शन दिए जाएंगे।
40 के बजाय मिल रहा प्रति व्यक्ति 38 लीटर पानी
नगर पालिका के अनुसार नगर में लोगों को अभी पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक नगर के प्रति व्यक्ति को दिनभर में 40 से 42 लीटर ही पानी मिल रहा है। योजना पूरा होने पर हर व्यक्ति को भरपूर पानी मिलेगा।
योजना की बढ़ी लागत, पहले 19 करोड़, अब 24 करोड़
जानकारी के मुताबिक जब बालोद जलावर्धन योजना स्वीकृत हुई तो 19 करोड़ का था। कई अड़चने व ठेकेदार द्वारा काम छोड़ने से कई माह तक काम बंद रहा। नतीजा यह रहा की समय और महंगाई बढ़ने के साथ ही इसका असर योजना पर भी पड़ा है। अब योजना की लागत 24 करोड़ हो गई है।
15 दिनों में लग जाएगा ट्रांसफार्मर
पीएचई विभाग के अनुसार बिजली कंपनी भी योजना को पूरा करने में तेजी दिखा रही हैं। 15 दिनों के भीतर फिल्टर प्लांट व सम्पवेल में ट्रांसफार्मर लग जाएगा। इसके बाद मशीन फिटिंग के साथ ही ट्रायल लिया जाएगा।
स्रोत : पत्रिका