आज तुमकुर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की तीसरी किश्त जारी करेंगे
दिसंबर 2019 से मार्च 2020 के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से 6 करोड़ लाभार्थियों को फायदा मिल सकेगा। पहले दो किश्त में देशभर के एक करोड़ से अधिक किसानों के लिए करीब 2 हजार करोड़ रुपए जारी किए गए थे। इस योजना के तहत हर चार महीने में प्रत्येक लाभार्थी को 2000 रुपए उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है। इस संबंध में दैनिक भास्कर की ये रिपोर्ट पढें:
दैनिक भास्कर : बेंगलुरु (कर्नाटक). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर कर्नाटक पहुंचे। वे आज तुमकुर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की तीसरी किश्त जारी करेंगे। दिसंबर 2019 से मार्च 2020 के लिए इस योजना से 6 करोड़ लाभार्थियों को फायदा मिल सकेगा। पहले दो किश्त में देशभर के एक करोड़ से अधिक किसानों के लिए करीब 2 हजार करोड़ रुपए जारी किए गए थे। इस योजना के तहत हर चार महीने में प्रत्येक लाभार्थी को 2000 रुपए उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है। प्रधानमंत्री 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लाभार्थियों को इसका प्रमाण पत्र सौंपेंगे।
- प्रधानमंत्री उत्कृष्ट किसानों को कृषि कर्मण अवॉर्ड और प्रशस्ति पत्र प्रदान करेंगे। इसके अलावा, मोदी तमिलनाडु के चयनित किसानों को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने वाली नौकाओं और ट्रांसपोर्डर्स की चाबी सौंपेंगे। वे कर्नाटक के चुनिंदे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड भी वितरित करेंगे।
- इसके अलावा, मोदी तुमकुर के श्रीसिद्धगंगा मठ का दौरा भी करेंगे। यहां श्री श्री शिवकुमार स्वामीजी के स्मारक संग्रहालय की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, मोदी मठ में प्रार्थना करेंगे और पौधा लगाएंगे। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और मठाधीश सिद्धलिंगेश्वर स्वामी सहित कई हस्तियां मौजूद रहेगीं।
- मोदी शुक्रवार को बेंगलुरु में यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज के गांधी कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में 107वें इंडियन साइंस कॉन्ग्रेस का उद्घाटन करेंगे। इस समारोह में देशभर के ख्यातिलब्ध वैज्ञानिक, शोधकर्ता और विज्ञान के प्रशंसक पहुंचते हैं।
पिछले साल पीएम-किसान योजना को मंजूरी मिली
पिछले साल फरवरी में केंद्रीय कैबिनेट ने पीएम-किसान योजना की मंजूरी दी थी। इसके तहत छोटे और मध्यम किसानों को आर्थिक मदद दी जाती है। जिन किसानों के पास दो हेक्टेयर से कम जमीन होती है उन्हें सालाना 6 हजार रुपए प्रदान किया जाता है।
स्रोत: दैनिक भास्कर