एक करोड़ युवाओं के लिए सरकार की नई योजना, मिलने वाला प्रमाण पत्र पूरे देश में होगा मान्य
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 2020 तक एक करोड़ लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य था, इसके तहत उन युवाओं को प्रशिक्षण देना था जो बीच में ही पढाई छोड़ दिए हों या कम पढ़े-लिखे हों या रोजगार के क्षेत्र से दिशाहीन हो, उनको प्रशिक्षण देकर उचित रोजगार देने का उद्येश्य था. यह प्रमाण-पत्र पुरे भारत में मान्य होगा. इस खबर को और अधिक विस्तार से पढने के लिए अमर उजाला के इस खास रिपोर्ट को पढ़ें:
अमर उजाला : प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, इस योजना के तहत 2020 तक एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) देने की योजना बनाई गई थी। बता दें कि इस योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है, जो कम पढ़े-लिखे हैं या अपनी पढ़ाई के बीच में ही स्कूल छोड़ देते हैं। आइए इस योजना से संबंधित सारी जानकारी पढ़ते हैं आगे…
अन्य उद्देश्य:
- इस योजना के तहत सरकार कम से कम 24 लाख युवाओं को विभिन्न तरह के तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित करना चाहती है, इस कार्य पर लगभग 1,500 करोड रुपये खर्च होने की संभावना है।
- इस योजना के तहत जारी प्रमाण पत्र संपूर्ण भारत में समान रूप से मान्य हैं।
योजना के लाभर्थी:
ऐसे सभी युवा जो करियर को लेकर दिशा हीन हैं और रोजगार की खोज कर रहे हैं, उन लोगों को भरपूर लाभ मिल सकता है।
योजना से मिलने वाले फायदे
इस योजना के तहत प्रशिक्षित युवा सरकारी, अर्धसरकारी क्षेत्रों में अपने प्रशिक्षण के अनुसार उस ट्रेड में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
कौन ले सकता है लाभ? –
- वे सभी युवा जो 10वीं अथवा 12वीं कक्षा से पढाई छोड़ चुके हो अथवा अन्य कारणों से पढ़ाई बीच में ही छोड़ चुके हैं।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए सबसे पहले लाभार्थी को भारत का नागरिक होना चाहिए। अतः वे भारत के अंदर किसी भी राज्य में एक नागरिक के तौर पर इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया:
सर्वप्रथम आवेदक को कौशल विकास योजना की औपचारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदन फॉर्म जमा करते समय ध्यान रखें कि आवेदक प्रमाण पत्र के लिए जो पता दें वहीं पता मांगे गए दस्तावेजों में भी हो। ये सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा दी गई जानकारी एक दम सटीक हो।
स्रोत : अमर उजाला