युवाओं के पलायन को रोकने के लिए अम्बेडकर रोजगार योजना की शुरूआत

युवाओं के पलायन को रोकने के लिए अम्बेडकर रोजगार योजना की शुरूआत

ऐसे युवा जो रोजगार की तलाश में अपने गाँव से पलायन कर दुसरे शहर या दुसरे देश जा रहे हैं उनके लिए सरकार एक अनोखी कदम उठा रही है उनको अम्बेडकर रोजगार योजना के तहत प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जायेगा और अपना रोजगार शुरू करने के लिए 2 लाख से लेकर 5 लाख तक का ऋण मुहैया कराया जाएगा. इस संबंध में जागरण की ये रिपोर्ट पढ़ें:
जागरण : संसू, प्रतापगढ़ : जिले भर के ऐसे युवा जो रोजगार के सिलसिले में गांव से शहर में जाने की तैयारी कर रहे हैं, उनको शासन बाबा साहब आंबेडकर रोजगार प्रोत्साहन योजना से जोड़ेगा। उनको ट्रेनिग देकर आत्मनिर्भर बनाएगा। दो लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक ऋण दिया जाएगा। इसमें एससी को 35 फीसद, सामान्य व ओबीसी वर्ग के लोगों को 25 फीसद सब्सिडी भी दी जाएगी। आजीविका में वृद्धि के लिए यह योजना चलाई जा रही है। इसके पीछे मकसद यह है कि रोजगार के सिलसिले में लोगों को गांव से पलायन न करना पड़े।
जिले की ग्राम पंचायतों में ऐसे युवा, अधेड़ व वृद्ध जो रोजगार न पाने पर मेहनत मजदूरी करने के लिए परदेश में जाने की योजना बना रहे हैं, उनको जल्द ही जिला प्रशासन बाबा साहब आंबेडकर रोजगार प्रोत्साहन योजना से जोड़ने की तैयारी में है। इसके लिए उनको संबंधित ब्लाक के कार्यालय में आवेदन करना होगा। 154 लोगों को मिलेगा योजना का लाभ
आसपुर देवसरा, सदर व सांगीपुर में 10, पट्टी में छह, मंगरौरा व गौरा में नौ, बाबा बेलखरनाथ धाम, संडवा चंद्रिका, रामपुर संग्रामगढ़, लक्ष्मणपुर, शिवगढ़ व कालाकांकर ब्लाक में आठ, मानधाता व बाबागंज में 11, लालगंज में सात, कुंडा में 14, बिहार में 13 लाभाथियों को योजना का लाभ देने का लक्ष्य है। त्रिस्तरीय कमेटी लेगी साक्षात्कार
योजना का लाभ लेने के लिए आवेदकों द्वारा किए गए आवेदन की जांच होगी। इसमें संबंधित ब्लाक के बीडीओ, एडीओ पंचायत (एसटी) व एडीओ पंचायत (आइएसबी) इसकी जांच करेंगे। बीडीओ की अध्यक्षता में ही इसका साक्षात्कार होगा। इसके बाद ही ऋण स्वीकृत होगा। ट्रेनिग देकर बनाएंगे हुनरमंद
अगर किसी को कोई भी व्यवसाय करने का इरादा बनाया है, लेकिन उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है तो ब्लाक के अफसर संबंधित को एक ट्रेनर के जरिए ट्रेनिग दिलाएंगे। उनको संबंधित व्यवसाय के बारे में जानकारियां देंगे। इसके बाद वह मिले ऋण से व्यवसाय शुरू करेंगे। शासन की महत्वाकांक्षी बाबा साहब आंबेडकर रोजगार प्रोत्साहन योजना बेरोजगारों व गरीब लोगों को आत्मनिर्भर बनाएगी। मिले ऋण से वह व्यवसाय कर सकेंगे। उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
स्रोत: जागरण

Leave a Comment

सोलहवें वित्त आयोग के लिए संदर्भ-शर्तों को मंजूरी