31 अगस्त तक किसान जमा नहीं किये पैसे तो 4 की जगह 7 फीसदी देना होगा ब्याज

31 अगस्त तक किसान जमा नहीं किये पैसे तो 4 की जगह 7 फीसदी देना होगा ब्याज

किसानों के लिए शुरू किया गया “किसान क्रेडिट कार्ड योजना” के तहत 7 करोड़ से अधिक किसानों ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत पैसा लिया जिसका भुगतान 31 मार्च तक करना होता है उसके बाद फिर पैसा ले सकते हैं लेकिन कोरोना महामारी के कारण सरकार ने इस मियाद को बढ़ाकर 31 मई किया था और अब इसे बढ़ाकर 31 अगस्त तक किया गया है. अगर अब 31 अगस्त तक जमा नहीं किया गया तो किसानों को 7 फीसदी ब्याज देना होगा. इस खबर को और अधिक विस्तार से जानने के लिए न्यूज़ 18 इंडिया के इस रिपोर्ट को पढ़ें:
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न्यूज़ 18 इंडियानई दिल्ली. देश के 7 करोड़ से अधिक किसान क्रेडिट कार्ड (KCC-Kisan Credit Card)  धारकोंं के लिए यह जरूरी खबर है. अगर 48 दिन के अंदर किसानों ने केसीसी पर लिया पैसा वापस नहीं किया तो उन्हें 4 की जगह 7 फीसदी ब्याज देना पड़ेगा. खेती-किसानी के लोन पर सरकार ने 31 अगस्त तक पैसा जमा करने की मोहलत दी है. इसके अंदर पैसा जमा करने पर किसानोंं को 4 परसेंट ब्याज लगेगा जबकि बाद में 7 फीसदी की दर पर वापस होगा.
लॉकडाउन में दी गई मोहलत 
आमतौर पर केसीसी पर लिए गए लोन को 31 मार्च तक वापस करना होता है. उसके बाद किसान फिर अगले साल के लिए पैसा ले सकता है. जो किसान समझदार हैं वो समय पर पैसा जमा करके ब्याज में छूट का लाभ उठा लेते हैं. दो-चार दिन बाद फिर से पैसा निकाल लेते हैं. इस तरह बैंक में उनका रिकॉर्ड भी ठीक रहता है और खेती के लिए पैसे की कमी भी नहीं पड़ती.
मोदी सरकार ने लॉकडाउन को देखते हुए इसे 31 मार्च से बढ़ाकर पहले 31 मई किया था. बाद में इसे और बढ़ाकर 31 अगस्त तक कर दिया गया. इसका मतलब यह है कि किसान केसीसी कार्ड के ब्याज को सिर्फ 4 प्रतिशत प्रति वर्ष के पुराने रेट पर 31 अगस्त तक भुगतान कर सकते हैं. बाद  में यह तीन फीसदी महंगा पड़ेगा.
केसीसी पर कैसे कम लगता है ब्याज? 
खेती-किसानी के लिए केसीसी पर लिए गए तीन लाख रुपये तक के लोन की ब्याजदर वैसे तो 9 फीसदी है. लेकिन सरकार इसमें 2 परसेंट की सब्सिडी देती है. इस तरह यह 7 फीसदी पड़ता है. लेकिन समय पर लौटा देने पर 3 फीसदी और छूट मिल जाती है. इस तरह इसकी दर जागरूक किसानों के लिए मात्र 4 फीसदी रह जाती है.
आमतौर पर बैंक किसानों को सूचित कर 31 मार्च तक कर्ज चुकाने के लिए कहते हैं. अगर उस समय तक कर्ज का बैंक को भुगतान नहीं करते हैं तो उन्हें 7 फीसदी ब्याज देना होता है.
किस आधार पर मिलता है लोन 
 उत्तर प्रदेश के जिले अमरोहा में स्थित प्रथमा बैंक के ब्रांच मैनेजर अंकुर त्यागी ने बताया कि 1 हेक्टकेयर जमीन पर 2 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. लोन की लिमिट हर बैंक की अलग-अलग होती है. बैंक आपको इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड जारी करेगा. जिसके जरिए आप कभी भी पैसा निकाल सकते है.
KCC किसी भी को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक(RRB) से हासिल किया जा सकता है.  नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया(NPCI) रुपे KCC जारी करता है. – SBI, BOI और IDBI बैंक से भी यह कार्ड लिया जा सकता है.

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